प्लास्टिक मुक्त उत्तराखण्ड के लिए कार्ययोजना तैयार कर चलाया जाएगा अभियान।

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उत्तराखंड राज्य को प्लास्टिक मुक्त किए जाने का अभियान समय-समय पर चला रहा है। ऐसे में अब राज्य सरकार, उत्तराखंड को प्लास्टिक मुक्त बनाए जाने के लिए बेहतर कार्य योजना के साथ अभियान चलाने का निर्णय लिया है। जिसमें जनता को जागरूक करने के साथ ही जन सहभागिता की दिशा में भी प्रयास किया जाएगा। दरअसल, दिल्ली मैं मौजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को उत्तराखंड शासन की वर्चुअल बैठक ली। बैठक के दौरान प्लास्टिक मुक्त उत्तराखण्ड, स्वच्छता और फिट इंडिया मूवमेंट के लिए बेहतर कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।

वही, मुख्यमंत्री ने कहा कि प्लास्टिक मुक्त उत्तराखण्ड अभियान को और अधिक व्यापक स्तर पर चलाया जाए। देवभूमि उत्तराखण्ड अपने नैसर्गिक सौन्दर्य के साथ ही पर्यटन और जैव विविधता की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। ऐसे में पर्यावरण और जैव विविधता के संरक्षण के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की जरूरत हैं। सीएम ने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने में स्कूलों, कॉलेजों, गैर सरकारी संस्थानों और व्यापारिक संगठनों को भी जोड़ा जाए। क्योंकि, किसी भी अभियान की सफलता के लिए जन भागीदारी सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।

सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि केदारनाथ धाम की तरह राज्य के अन्य धार्मिक स्थलों और पर्यटक स्थलों पर प्लास्टिक बोतल पर क्यूआर कोड की व्यवस्था की जाए। इससे प्लास्टिक कचरा प्रबंधन में काफी मदद मिलेगी। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य में स्वच्छता के उच्च मानक स्थापित करने और लोगों को स्वस्थ वातावरण देने के लिए स्वच्छता की दिशा में प्रभावी प्रयास करे। कूड़े का डोर टू डोर कलैक्शन शत प्रतिशत किया जाए, गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग रखने के लिए लोगों को  जागरूक किया जाए। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाया जाए।

सीएम धामी ने कहा कि राज्य में स्वच्छता के क्षेत्र में और तेजी से कार्य हों, इसके लिए निकाय चुनाव में निर्वाचित पदाधिकारियों की शपथ के बाद उनके साथ एक बैठक की जायेगी। उन्होंने कहा कि सभी नगर निगमों में लीगेसी वेस्ट का कार्य जल्द पूरा किया जाए। अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य से गंगा नदी में स्वच्छ जल जाए। इसके लिए गंगा की सहायक नदियों में भी स्वच्छता का विशेष ध्यान दे। स्वच्छता सर्वेक्षण में निकायों की तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वच्छता के मानकों की घोषणा की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही राष्ट्रीय खेलों के दौरान भी स्वच्छता पर विशेष ध्यान दे।

मुख्यमंत्री ने राज्य में फिट इंडिया मूवमेंट को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में प्रतिदिन योग और व्यायाम की गतिविधियां करवाई जाए। ग्राम पंचायत स्तर पर ओपन जिम की राज्य सरकार की योजना पर और प्रभावी तरीके से कार्य किये जाएं। फिट इंडिया के तहत व्यापक स्तर पर अभियान चलाए जाए। उन्होंने कहा कि स्वस्थ उत्तराखण्ड के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार जागरूकता कैम्प लगाये जाएं। साथ ही स्वास्थ्य परीक्षण के लिए व्यवस्थाएं भी की जाए।

सीएम धामी ने कहा कि फिट इंडिया मूवमेंट के तहत प्रदेश में संतुलित आहार के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए। स्वस्थ आहार और जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाए। जंक फूड से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। राज्य के स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मिलावटखोरी पर रोक लगाने के लिए प्रदेशभर में सघन अभियान चलाया जाए और मिलावटखोरों पर सख्त कारवाई की जाए।

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