मौत के बाद इमरजेंसी में जांच को पहुंची बीपी मशीन, हॉस्पिटल की प्रभारी डॉक्टर के ओपीडी में व्यस्त होने से नहीं मिला अव्यवस्था का जबाव 

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मौत के बाद इमरजेंसी में जांच को पहुंची बीपी मशीन, हॉस्पिटल की प्रभारी डॉक्टर के ओपीडी में व्यस्त होने से नहीं मिला अव्यवस्था का जबाव 

 

 

(दीपक भारद्वाज)

सितारगंज सरकारी अस्पताल में अव्यवस्थाओं बेलगाम हो गई है। हालात यह है कि स्वास्थ्य खराब होने पर शहर के युवक को अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। इमरजेंसी में बीपी मशीन नहीं थी। डॉक्टर के केबिन से जब तक ब्लड प्रेशर मशीन इमरजेंसी रूम में लाई गई तब तक मरीज की सांस ही थम गई थी। जिसे लेकर सितारगंज शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। लोगों का कहना है कि अस्पताल में लगातार शिकायतें होने के बावजूद व्यवस्थाएं बेलगाम बनी हुई है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इन दिनों मरीजों के साथ दुव्यहार किया जा रहा है। जिससे मरीज परेशान हो रहे है। अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर भाजपा पदाधिकारी लगातार निरीक्षण कर रहे है। इसके बावजूद अस्पताल में अनिमियताओं की भरमार है। अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर प्रभारी अधीक्षक कंट्रोल नही कर पा रहे है। ऐसा ही एक मामला गुरुवार को देखने को मिला है जिसमें शहर के एक युवक का अचानक स्वास्थ्य खराब हो गया। आनन फानन में परिजन उसे लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करने के बाद बीपी मशीन की जरूरत पड़ी। लेकिन सरकारी अस्पताल के इमरजेंसी रूम में ब्लड प्रेशर मशीन नहीं थी। यह देखकर वहां मौजूद लोग चौंक गए। इसके बाद डॉक्टर के कमरे से ब्लड प्रेशर मशीन लेकर कर्मचारी एमरजैंसी रूम में पहुंचा। तब तक मरीज की मृत्यु हो चुकी थी। अस्पताल में इतनी बड़ी लापरवाही को लेकर शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोगों का आरोप है कि हॉस्पिटल में मरीज की सांसे रुक गई। तब जाकर बीपी की मशीन इमरजेंसी रूम पहुंची। अस्पताल में इस तरह की अव्यवस्थाओं के कारण मरीजों का जीवन भगवान के भरोसे है। राजेश कुमार ने बताया कि सरकारी अस्पताल में मरीजों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। अस्पताल में मैनेजमेंट बेलगाम हो चुका है। सरकारी अस्पताल की प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक संदीप कौर से इस संबंध में अस्पताल पहुंचकर पक्ष लेने का प्रयास किया। लेकिन उनके ओपीडी में कक्ष में व्यस्त होने के कारण बात नहीं हो सकी।

 

 

क्या कहते हैं निवर्तमान सभासद रवि रस्तोगी

निवर्तमान सभासद रवि रस्तोगी ने कहा कि सरकारी अस्पताल में गुरुवार को मेरे वार्ड के एक व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब हो गया था। परिजन उन्हे लेकर अस्पताल के इमरजेंसी में पहुंचे। इमरजेंसी वार्ड में ब्लड प्रेशर मशीन नहीं थी ओपीडी में व्यस्त एक डॉक्टर के चेंबर से ब्लड प्रेशर मशीन मंगाई गई। मरीज की जांच की तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

 

 

 

 

 

पत्रकारों से बदसलूकी, सीएमओ, जिलाध्यक्ष कमल से की शिकायत

सरकारी अस्पताल के इमरजेंसी में बीपी मशीन नही होने की अफवाह और युवक की मौत के मामले की चर्चा की सूचना मिलने पर शहर के पत्रकार प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक संदीप कौर से मामले की जानकारी लेने गए थे। लेकिन उन्होंने पत्रकारों के कुछ बोलने से पहले ही अभद्रता शुरू कर दी। पत्रकारों में इसको लेकर रोष फैल गया। पत्रकारों ने मामले की शिकायत जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मनोज शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष कमल जिंदल से की। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में जानकारी लेने गए पत्रकारों से साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। जो डॉक्टर अभद्र व्यवहार कर रहा है। वह पूर्व में भी पत्रकारों से विवाद कर चुकी है। उनका आमजन के साथ व्यवहार सही नही है। पत्रकारों ने सीएमओ से डॉक्टर को हटाने की मांग की है।

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