गंगोत्री नेशनल पार्क: नेलांग और जादूंग घाटी में बढ़ रही भूरे भालू की संख्या

गंगोत्री नेशनल पार्क: नेलांग और जादूंग घाटी में बढ़ रही भूरे भालू की संख्या
उत्तरकाशी (वीरेंद्र सिंह नेगी)- गंगोत्री नेशनल पार्क के तहत नेलांग और जादूंग घाटी में भूरा भालू की अच्छी संख्या देखने को मिल रही है। इस क्षेत्र में लंबे समय बाद भूरा भालू और उसका परिवार विचरण करते हुए दिखे हैं। इससे पार्क प्रशाासन उत्साहित नजर आ रहा है। वहीं पहली बार भूरा भालू भैरो घाटी और नेलांग के बीच में देखने को मिला है। यह आबादी से पहली बार नजदीक में देखे गए हैं।
गंगोत्री नेशनल पार्क का गोमुख तपोवन सहित केदारताल और नेलांग जादूंग सहित भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा वाला क्षेत्र दुर्लभ वन्य जीवों का घर माना जाता है। वहां पर स्नो लेपर्ड सहित भूरा भालू, भरल और लाल लोमड़ी जैसे दुर्लभ वन्य जीव देखने को मिलते हैं। स्नो लेपर्ड सहित भरल तो वर्ष में कई बार गंगोत्री सहित हर्षिल घाटी और भैरो घाटी के आसपास देखे गए हैं। लेकिन भूरा भालू हमेशा समुद्रतल से चार हजार मीटर की ऊंचाई से अधिक वाले क्षेत्रों में देखने को मिला है। गंगोत्री नेशनल पार्क के कर्मियों के अनुसार अभी तक गोमुख क्षेत्र में करीब 6 और केदारताल क्षेत्र में तीन भूरा भालू देखने को मिले हैं। वहीं नेलांग और भैरा घाटी के बीच दुमका में पहली बार नेशनल पार्क के कर्मचारियों को गश्त के दौरान भूरा भालू देखने को मिला है।
वन दरोगा राजवीर रावत ने बताया कि गोमुख और केदारताल की ओर भूरा भालू कई बार देखने को मिले हैं। लेकिन नेलांग जादूंग की ओर यह बहुत वर्षों बाद देखे गए हैं। यह पार्क के पारिस्थितिक तंत्र के लिए शुभ संकेत है।